एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह के नेतृत्व में बाल रोग विभाग द्वारा सोमवार को ओआरएस दिवस मनाया गया। प्रो. सिंह ने कहा कि छोटी-छोटी बातों को अपनाकर हम भावी पीढ़ी को सशक्त और स्वस्थ रख सकते हैं। साथ ही बच्चों की साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि गंदगी बहुत सारी बीमारियों का कारण बनती है। दरअसल 25-31 जुलाई के मध्य ओआरएस सप्ताह के रूप में और 29 जुलाई को ओआरएस दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर बच्चों में निर्जलीकरण से बचाव के लिए इंडियन अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) और स्मार्ट यूनिट, बालरोग विभाग के सहयोग से विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों में डायरिया से संबंधित जागरूकता फैलाना और ओआरएस (ओरल रिहाइडेशन सॉल्ट) के महत्व को समझाना था। इस कार्यक्रम में एम्स भोपाल के ओपीडी क्षेत्र में लोगों में जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें लगभग 110 प्रतिभागी उपस्थित रहे।
बाल रोग विभाग की प्रमुख डॉ. शिखा मलिक ने ओआरएस दिवस 2024 की थीम ‘डायरिया की रोकथाम, सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि बच्चों में साफ-सफाई अत्यंत महत्वपूर्ण है और आज भी डायरिया ग्रसित बच्चों को समय पर ओआरएस नहीं मिल पाता, जिससे डायरिया पांच साल से कम उम्र के बच्चों में मृत्यु का तीसरा बड़ा कारण बना हुआ है।
स्मार्ट यूनिट की नोडल अधिकारी डॉ. भावना ढींगरा ने लो ऑस्मोलेरिटी ओआरएस, ट्राई सोडियम सिट्रेट ओआरएस, चावल आधारित ओआरएस, घरेलू ओआरएस और सुपर ओआरएस के उपयोग और महत्व के बारे में बताया।
बालरोग विभाग में भी भर्ती बच्चों के परिजनों के लिए स्मार्ट यूनिट में एक और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें लगभग 40 प्रतिभागी शामिल हुए।