एम्स भोपाल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग द्वारा आज विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस मनाया गया साथ ही विभाग ने अपना स्थापना दिवस भी मनाया। इस अवसर पर एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह ने कहा कि हमें अपनी उपलब्धियों पर संतोष करके नहीं बैठ जाना चाहिए बल्कि आने वाले समय के लिए नये लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़ना होगा। उन्होंने विभाग को आउटरीच एक्टिविटीज बढ़ाने पर जोर दिया। विशेष कर जलने के मामलों में किस तरह से प्राथमिक उपचार करना चाहिए, इसके अलावा बचाव के तरीके भी लोगों को बताने चाहिए। प्रोफेसर सिंह ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग शीघ्र ही स्किन बैंक शुरू करेगा, ताकि कैडवरिक स्किन को एक स्वस्थ तरीके से इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने उपलब्ध संसाधनों का समुचित प्रयोग करने पर भी जोर दिया। इससे पूर्व बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर (डॉ) मनल खान ने विभाग की उपलब्धियां की चर्चा करते हुए कहा की 2013 में शुरू किए गए ओपीडी और ऑपरेशन थिएटर के बाद अब तक 22000 से भी अधिक सर्जरी की जा चुकी हैं। हर महीने 75 से 80 मेजर सर्जरी की जाती हैं। ओपीडी के मामले पिछले दो वर्षों में 6300 से बढ़कर 9700 हो गए हैं। जबकि इस वर्ष केवल छः महीनों के दौरान ही 5700 से अधिक मरीज ओपीडी में इलाज पा चुके हैं। इस अवसर पर बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के पूर्व छात्र भी उपस्थित रहे। इस दौरान सिर एवं गले का ऑन्को रिकंस्ट्रक्शन विषय पर एक सीएमई का भी आयोजन किया गया। सीएमई में जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से प्रोफेसर (डॉ) पवन अग्रवाल, टीएमएच मुंबई से प्रोफेसर (डॉ) दुष्यंत जायसवाल, जीएमसी भोपाल से प्रोफेसर (डॉ) अरुण भटनागर, भोपाल से ही डॉक्टर हरि सिंह बिसोनिया जबकि इंफाल से डॉक्टर माइकल लाईतोनजाम ने इस क्षेत्र में हुई नई प्रगति के बारे में जानकारी दी कार्यक्रम के दौरान संकाय सदस्य, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्रों के लिए बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विषय पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरूस्कृत भी किया गया। श्रेयस श्रीवास्तव को प्रथम, अविनाश पांडेय को द्वितीय जबकि निष्ठा बंसल को तीसरा स्थान मिला।