भोपाल। पर्यावरण संस्कृति संरक्षण एवं मानव कल्याण ट्रस्ट द्वारा आज एम्स भोपाल में डॉक्टरों को मानव मात्र के प्रति उनके समर्पित सेवा भाव के लिए सम्मानित किया गया। हाल ही में एम्स भोपाल में गंभीर रूप से घायल लावारिस स्थिति में एम्स भोपाल की पार्किंग में पड़े एक मरीज को डॉक्टरों ने उठा कर उसे वार्ड में भर्ती कराया और उसका उपचार किया, मरीज के पैर की हड्डी टूटी हुई थी और पैर भी सड़ चुका था।उसके इलाज का सारा खर्च भी अस्पताल द्वारा वहन किया गया।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि आज समाज को यह सोचने की जरूरत है कि ऐसी स्थिति क्यों आती है, जब किसी घायल मरीज को कोई लावारिस की तरह छोड़ जाता है। अस्पताल के डॉक्टर मरीज का उपचार कर अपना धर्म निभा रहे हैं। लेकिन समस्या तब आती है जब मरीज ठीक हो जाता है, तब उसको कैसे डिसचार्ज करें, क्योंकि कोई उसे लेने नहीं आता। ऐसे में किसी को तो संवेदना दिखाते हुए आगे आना होगा।
ट्रस्ट के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने कहा कि पिछले लगभग दो वर्षों से एम्स भोपाल ने सफलता की नई ऊंचाईयां हासिल की हैं। उन्होंने एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह का आभार व्यक्त करते हुए कि आपके मार्गदर्शन में एम्स भोपाल द्वारा मानव कल्याण हेतु दी जा रही सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं निश्चित रूप से लोगों के जीवन को बेहतर बना रहीं हैं।