रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले एक आरोपी को जहांगीराबाद पुलिस ने किया गिरफ्तार

आरोपी अनुशासनहीनता के कारण 2001 में सीआरपीएफ से हुआ था बर्खास्त उसके बाद से करने लगा करता था प्राइवेट काम।आरोपी ने लवकुश पांडे से 2019 में लिए थे रेलवे में नौकरी लगाने के लिए छे लाख रुपए

 

 

भोपाल शहर में अपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए विशेष मुहिम चलाई जा रही है इसी के तहत वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना जहांगीराबाद प्रभारी शहवाज खान और उनकी टीम को आरोपी घनश्याम समघ को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।

भोपाल थाना जहांगीराबाद मैं फरियादी लवकुश पांडे पिता स्व कमलेश पांडे निवासी अहिर मोहल्ला चर्च रोड जहांगीराबाद ने शिकायत दर्ज कराई के मैं छब्बन चौराहे स्थित एक होटल में खाना खा रहा था उसी दौरान मेरी मुलाकात घनश्याम समघ निवासी बैरागढ़ भोपाल से हुई जिसने अपनी बातों में लेकर मुझे झांसे में लिया के में तुम्हारी नौकरी रेलवे में लगा दूंगा इसके बदले तुम्हें ₹600000 देने होंगे, मैं बेरोजगार था और उसकी बातों में फस गया फिर उसने मुझे अपने बाबा से मिलवाया जोकि वाहनी विजिबल से रिटायर हुए थे। उसके बाद मैंने छे लाख रुपए घनश्याम को दे दिए इसके बाद घनश्याम ने मुझे एक व्हाट्सएप पर जॉइनिंग लेटर भेजा जो कि मुंबई रेलवे का था। लवकुश पांडे मुंबई पहुंचा तब उसे पता लगा कि यह जॉइनिंग लेटर फर्जी है। लवकुश पांडे ने जब अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी घनश्याम तीन साल तक उसे पैसे वापस करने का झांसा देता रहा। फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी इसी दौरान जहांगीराबाद पुलिस को सूचना मिली के आरोपी घनश्याम समघ भोपाल में नहीं रह रहा है और इंदौर में अपनी बहन के यहां रुका हुआ है। पुलिस टीम इंदौर पहुंची पर आरोपी वहां नहीं मिला और पुलिस को जानकारी मिली कि वह अपने घरवालों से मिलने भोपाल गया हुआ है और अपना हुलिया बदल कर रह रहा है ताकि उसे कोई पहचान ना पाए,पर पुलिस ने उसकी पहचान कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।आरोपी से पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि आरोपी द्वारा रेलवे में नौकरी लगाने के नाम से और अन्य लोगों से भी पैसा लिया है।आरोपी घनश्याम को माननीय न्यायालय मैं पेश किया गया है।

सराहनीय भूमिका- थाना प्रभारी शहवाज खान, लक्ष्मण राई, अजय वाजपई,सादिक खान, एहशान खान, सुमित यादव, नीरज कुमार, प्रताप सिंह भदोरिया, सुनील कुमार की रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *