पश्चिम मध्य रेलवे और मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में क्रांति: 111 करोड़ का राजस्व और आधुनिक रेल सुविधाओं का विस्तार

मुंबई/भोपाल। भारतीय रेलवे ने पश्चिम मध्य रेलवे और मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में अभूतपूर्व प्रगति के साथ नई ऊँचाइयाँ छूने की दिशा में कदम बढ़ाया है। एक ओर पश्चिम मध्य रेलवे ने टिकट चेकिंग से 111 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, वहीं मुंबई में “बेहतर बुनियादी ढांचा, बेहतर तकनीक, बेहतर ट्रेनें” थीम के तहत केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रेलवे के परिवर्तनकारी कदमों की घोषणा की।
पश्चिम मध्य रेलवे: टिकट चेकिंग से 111 करोड़ की कमाई
पश्चिम मध्य रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में टिकट चेकिंग अभियान से 17.43 लाख मामलों में 110.98 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया। जबलपुर मण्डल ने 47.15 करोड़ रुपये के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि भोपाल मण्डल ने 37.56 करोड़ और कोटा मण्डल ने 24.12 करोड़ रुपये का योगदान दिया। रेल प्रशासन ने यात्रियों से उचित टिकट के साथ यात्रा करने की अपील की है, ताकि असुविधा से बचा जा सके।

मुंबई उपनगरीय नेटवर्क:

आधुनिकीकरण की नई लहर
मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेल मंत्री वैष्णव ने उपनगरीय रेल नेटवर्क को सशक्त बनाने की योजनाएँ साझा कीं।
बुनियादी ढांचा: ₹17,000 करोड़ की लागत से 300 किलोमीटर से अधिक नई रेल लाइनें बिछाई जा रही हैं, जो भीड़भाड़ कम करेगी और ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाएगी।
तकनीक: ‘कवच 5.0’ सिग्नलिंग प्रणाली जल्द लॉन्च होगी, जो ट्रेनों के बीच अंतर को कम कर अधिक सुरक्षित और तेज सेवाएँ सुनिश्चित करेगी।

ट्रेनें: 238 नए वातानुकूलित उपनगरीय रेक शुरू होंगे, जो मुंबईकरों को आरामदायक और विश्वसनीय यात्रा का अनुभव देंगे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने ‘मुंबई वन कार्ड’ की घोषणा की, जो ट्रेन, मेट्रो, मोनो-रेल और बसों के लिए एकीकृत टिकट प्रणाली होगी। यह मुंबई के सार्वजनिक परिवहन को और सुगम बनाएगी।

रणनीतिक परियोजनाएँ: गोंदिया-बल्लारशाह दोहरीकरण
₹4,819 करोड़ की लागत से गोंदिया-बल्लारशाह रेल लाइन का 240 किलोमीटर दोहरीकरण विदर्भ और मराठवाड़ा को जोड़ेगा। यह परियोजना 29 स्टेशनों के आधुनिकीकरण, 36 प्रमुख पुलों और 67 सड़क अंडर-ब्रिज के निर्माण के साथ उत्तर-दक्षिण भारत के बीच संपर्क को मजबूत करेगी। वैष्णव ने कहा, “यह परियोजना क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन और लॉजिस्टिक्स को नया आयाम देगी।”
अमृत भारत स्टेशन और सांस्कृतिक पहल
महाराष्ट्र में 132 रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास हो रहा है। साथ ही, छत्रपति शिवाजी महाराज और मराठा विरासत को समर्पित ‘भारत गौरव पर्यटक ट्रेन’ जल्द शुरू होगी, जो 10-दिवसीय यात्रा में सांस्कृतिक धरोहरों को प्रदर्शित करेगी। मुंबई में राष्ट्रीय महत्व का पहला भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान भी स्थापित होगा।
रिकॉर्ड निवेश, उज्ज्वल भविष्य
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और ₹1,73,804 करोड़ के रिकॉर्ड निवेश के साथ भारतीय रेलवे महाराष्ट्र में परिवहन क्रांति की नींव रख रहा है। ये प्रयास न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएँगे, बल्कि आर्थिक विकास और सांस्कृतिक गौरव को भी नई ऊँचाइयों तक ले जाएँगे।

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