भोपाल दो दिन पहले आई एस बी टी पर प्रधान आरक्षक सुनील राठौर को एक बच्ची दिखी जोकि अकेली फुटपाथ पर बैठी हुई थी और कुछ परेशान दिख रही थी।आरक्षक ने इसकी सूचना प्रधान आरक्षक सोनिया पटेल ऊर्जा हेल्प डेस्क गोविंदपुरा को दी,टीम बच्ची को आईएसबीटी से लेकर थाना गोविंदपुरा ऊर्जा हेल्प डेस्क लेकर आई। टीम द्वारा बालिका से उसका नाम पता पूछा गया, बालिका ने बताया कि उसका नाम शांति परिवर्तन नाम उम्र 16 साल 4 महीने है निवासी ग्राम अगरिया जिला जबलपुर की है और ग्यारहवीं क्लास की कक्षा में पढ़ती है,मेरे 4 बहने और एक भाई है मेरे माता का स्वर्गवास हो गया है और मैं अपने नाना के मकान में रहती हूं, मैं पिछले महीने घर से बिना बताए अपने दोस्त जगदीश राजपूत के पास भानपुर भोपाल आ गई थी। मैं जगदीश से प्यार करती हूं और उसी के साथ 1 महीने से रह रही हूं, कल मेरा भाई मुकेश मुझे ढूंढते हुए जगदीश के घर पहुंचा जहां से वो मुझे लेकर वापस जबलपुर जा रहा था।ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन पर रुकी वहां से में अपने भाई को चकमा देकर पैदल पैदल आईएसबीटी आ गई थी। मुझे रास्ता नहीं मालूम था इसलिए मैं फुटपाथ पर बैठ गई थी।वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सोनिया पटेल ने जानकारी मझगवा जबलपुर थाने को दी जहां से पता चला के पहले से बालिका का गुमशुदी और अपराध पंजीबद्ध है।मझगवा थाने की पुलिस टीम और बालिका के पिताजी कौशल प्रसाद,फूफा मगनलाल और दादा रमेश कुमार भोपाल आए जहां उनको बच्ची सुपुर्द की गई। गोविंदपुरा महिला ऊर्जा डेस्क इससे पहले भी अपनी जागरूकता के चलते घर से भागकर आईएसबीटी आई नाबालिगों को उसके परिजनों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं।