स्नेपडील कंपनी से लेपटॉप का बैग का ऑर्डर केंसिल करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को भोपाल साइबर क्राइम ने पकड़ा


दो खाता धारकों और सीएसपी संचालक को सायबर क्राईम भोपाल ने उनके गढ़ झारखण्ड और असम से किया गिरफ्तार

आरोपी अपने बैंक खातों को किरायें पर मीडियेटर को बेंच देते हैं।आरोपी अपने खातों में हुए फ्रॉड ट्रांजेक्शन का 20 प्रतिशत लेते है कमीशन।आरोपी सीएसपी संचालक फ्रॉड एमाउण्ट कैश करने के लिए लेता है 10 प्रतिशत कमीशन।आरोपी तमिल भाषा सीखने के लिए काम करने के बहाने चैन्नई में रहते है।आरोपी का तमिल भाषा सीखने के पश्चात तमिल भाषियों के साथ कॉलिंग कर फ्रॉड करने का था प्लान।गिरफ्तार आरोपियों के साथियों की जारी है अभी तलाश।

 

भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र,अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय अनुराग शर्मा के दिशा निर्देश एवं पुलिस उपायुक्त अपराध श्रुतकीर्ति सोमवंशी, अति पुलिस उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एवं सहायक पुलिस आयुक्त सायबर सुजीत तिवारी के दिशा निर्देशन में सायबर क्राइम ब्रांच जिला भोपाल की टीम ने स्नेपडील कंपनी से लेपटॉप का बैग का ऑर्डर करने फिर केंसिल करके ठगी करने वाले गिरोह के 2 खाता धारकों सहित CSP संचालक को सायबर क्राईम भोपाल ने सायबर क्राईम के गढ़ झारखण्ड एवं असम से गिरफ्तार किया गया।

 

घटनाक्रम 22 मार्च को फरियादी एचएसपी श्रीवास्तव निवासी त्रिलंगा शाहपुरा, भोपाल ने सायबर क्राईम कोहेफिजा भोपाल में शिकायत की थी कि उनके साथ स्नेपडील कंपनी से अपने लेपटॉप कवर का ऑर्डर केंसिल करने के नाम पर दिनांक 22 मार्च को 4999 रूपये एवं 24 मार्च को 981,2000 एवं 32000 रूपये कुल लगभग 40000 रूपये की धोखाधड़ी की गयी है,शिकायत आवेदन की जांच में आये तथ्यों एवं बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खाता एवं मोबाईल नंबर के उपयोगकर्ताओं के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

तरीका वारदात:- आरोपी झारखण्ड, असम राज्य के मूल निवासी है जिनमें से दो खाता धारक फ्रॉड कालिंग के लिए तमिल भाषा सीखने चैन्नई में बहुत ही कम रूपये में काम करते है। ताकि तमिल भाषा सीख कर भविष्य में लोगों के साथ तमिल भाषा में कालिंग कर फ्रॉड कर सकें। साथ ही खाता धारक अपने नाम से खाता बैंक खाता खुलवाकर बिचौलिये को देते हैं, जो फ्रॉड कालिंग करने वाले लड़कों से सम्पर्क कर इनके खाते में रूपये डलवा देते है जैसे ही रूपये बैंक खाता में आते है खाता धारक सीएसपी संचालक की दुकान से तत्काल रूपये निकाल लेते है एवं सीएसपी संचालक को 10 प्रतिशत कमीशन तथा स्वयं 20 प्रतिशत कमीशन लेते है बाकी मीडिएटर को दे देते है। सीएसपी संचालक को मालूम होता है कि यह फ्रॉड का पैसा है पर वह लगातार कमीशन पर रूपये निकालकर फ्रॉड करने में मदद करता है।

पुलिस कार्यवाही:- सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम ने तकनीकी एनालिसिस के आधार पर प्राप्त जानकारी के माध्यम से खाता धारक आरोपी अफजल अंसारी एवं सीएसपी संचालक मोहम्मद दिलकश अंसारी को देवघर झारखण्ड से एवं अन्य खाता धारक रजाउल हक को असम से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से अपराध में इस्तेमाल 3 मोबाईल फोन ,6 सिमकार्ड,एक मेमोरी कार्ड, कैश ट्रांजेक्शन रजिस्टर एवं एकाउण्ट ओपनिंग रजिस्टर जप्त किया गया हैं।

एडवायजरी

फोन पर कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे क्रेडिट कार्ड, बैंक खाता, एटीएम कार्ड या अन्य कोई फायनेंसियल जानकारी मांगता है तो उसके साथ अपनी जानकारी बिल्कुल भी साझा न करें एवं अपनी स्थानीय बैंक शाखा में जाकर सम्पर्क करें।

निम्न बातों का हमेशा ध्यान रखेः-

कॉल पर किसी को भी अपनी बैंक खाता, एटीएम एवं क्रेडिट कार्ड से संबंधित कोई भी जानकारी साझा न करें भले ही बैंक वाले आपसे मांग रहे हो।

ऑनलाईन यूपीआई के माध्यम से पेमेंट प्राप्त करने हेतु किसी भी प्रकार का ओटीपी अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं होती ।

ऑनलाईन खरीददारी करते समय सतर्क रहें एवं सायबर ठगों से बचे।

ऑनलाईन खरीददारी के लिए ऐसे बैंक खाता का इस्तेमाल करें जिसमें कम बैलेंस हो।

किसी भी अननॉन बेवसाईट से कोई एप्पलीकेशन डाउनलोड न करें।

कभी भी किसी के साथ अपना ओपीट/सीवीवी/पासवर्ड/पिन आदि शेयर न करें ।

ऑनलाईन अथवा फोन पर दिये गये लॉटरी अथवा फ्री ऑफर के लालच में न पड़े ।

किसी अननॉन लिंक पर क्लिक न करें ।

केवायसी के नाम पर प्राप्त मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल न करें जानकारी के लिए अपने बैंक में जाकर जानकारी प्राप्त करें ।ध्यान रखे रूपये प्राप्त करते वक्त किसी भी प्रकार का पासवर्ड अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं पड़ती।

व्हाट्सएप पर ऑननान मोबाईल नंबर से वीडियों कॉल रिसीव करते समय अपना चहरा ना दिखाये पहले सामने वाले की पहचान करें कि वह आपका परिचित है अथवा नहीं।

अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें एवं अल्फान्यूमेरिक,स्पेशल करेक्टर का पासवर्ड रखें।

बिजली कनेक्शन की कटौती संबंधी मैसेज की पुष्टि पहले बिजली ऑफिस जाकर करें।

छोटे-छोटे इन्वेंस्टमेंट वाली बेवसाईट पर इन्वेस्टमेंट करने से बचें।

अपने मोबाईल फोन एवं कम्प्यूटर/लेपटॉप में रिमोट एक्सेस एप्पलीकेशन अथवा सोफ्टवेयर जैसे कि एनीडेस्क, टीमव्यूवर आदि का यदि आप उपयोग नहीं करते है तो उसको तुरंत अनइंस्टाल कर दें।

लाखों की लॉटरी वाले मैसेज अथवा विज्ञापनों से बचे और उक्त मैसेज किसी भी दूसरे को शेयर न करें।

नोटः- सायबर काईम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दे ।

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